सारी दुनिया में हरियाली के बीच, सरसों के फूल खेत को सजा रही। यह देख पक्षी भी फूले न स सारी दुनिया में हरियाली के बीच, सरसों के फूल खेत को सजा रही। यह देख पक्षी ...
हाय रे प्रभु क्यों आया ये कलयुग? हाथों में धोखे लाया ये कलयुग, हाय रे प्रभु क्यों आया ये कलयुग? हाथों में धोखे लाया ये कलयुग,
लोकतंत्र का तात्पर्य है अपनी सही मांग के लिए आवाज़ उठाना लोकतंत्र का तात्पर्य है अपनी सही मांग के लिए आवाज़ उठाना
जोहत रहली हम सावन के फुहार रे ननदी चला चली देवघर के दरबार रे ननदी। जोहत रहली हम सावन के फुहार रे ननदी चला चली देवघर के दरबार रे ननदी।
मोहे सजन ना भावे रे जब देख कर उनको मन बावरा हुआ, वो विदेश गये लौट आने को मोहे सजन ना भावे रे जब देख कर उनको मन बावरा हुआ, वो विदेश गये लौट आने ...